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Hanuman Chalisa

Hanuman Chalisa lyrics in Hindi (हनुमान चालीसा)

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Reading Time: 2 minutes Total views 3,126 , and 4 views today श्री हनुमान चालीसा ॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। …

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Shiva Rudrashtakam

Shri Rudrashtakam lyrics in Sanskrit and English

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Reading Time: < 1 minute Total views 1,131 , and 1 views today अथ श्रीरुद्राष्टकं नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् । करालं महाकालकालं कृपालं गुणागारसंसारपारं नतोहम् तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभिरं मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् । स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् । मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं …

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कैसे मार्कण्डेय ऋषि को हुए थे श्री हरि के दर्शन ?

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Reading Time: 4 minutes Total views 1,660  श्रीमद्भागवत महापुराण में प्रलय चार प्रकार के बताए गए है। १. नैमित्तिक प्रलय — यह हर कल्प के अन्त में होता है। २. प्राकृतिक प्रलय — यह ब्रह्माजी की आयु समाप्त हो जाने पर होता है। ३. नित्य प्रलय — व्यक्ति जन्म लेता है और फिर उसकी मृत्यु होती है, उसको नित्य प्रलय …

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प्रकृति के तीन गुण कौनसे है ?

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Reading Time: 4 minutes Total views 3,142  इस लेख में हम जानेंगे कि मनुष्य न चाहते हुए भी पाप करने के लिए प्रेरित क्यों होता है?, चार वर्णों की रचना किसने और किस आधार पर की?, प्रकृति के तीन गुण कौनसे है और उनका हमारे जीवन पर कैसा और कितना प्रभाव है? प्रकृति के गुणों को कैसे लाँघा जा सकता …

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