हिन्दी

Hanuman Chalisa

Hanuman Chalisa lyrics in Hindi (हनुमान चालीसा)

Total views 4,509 , and 5 views today

Reading Time: 2 minutes Total views 4,509 , and 5 views today श्री हनुमान चालीसा ॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। …

Hanuman Chalisa lyrics in Hindi (हनुमान चालीसा) Read More »

Shiva Rudrashtakam

Shri Rudrashtakam lyrics in Sanskrit and English

Total views 1,268 

Reading Time: < 1 minute Total views 1,268  अथ श्रीरुद्राष्टकं नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहम् निराकारमोङ्करमूलं तुरीयं गिराज्ञानगोतीतमीशं गिरीशम् । करालं महाकालकालं कृपालं गुणागारसंसारपारं नतोहम् तुषाराद्रिसंकाशगौरं गभिरं मनोभूतकोटिप्रभाश्री शरीरम् । स्फुरन्मौलिकल्लोलिनी चारुगङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा चलत्कुण्डलं भ्रूसुनेत्रं विशालं प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् । मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं प्रियं शङ्करं सर्वनाथं भजामि प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशं …

Shri Rudrashtakam lyrics in Sanskrit and English Read More »

KnowledgeMandir

कैसे मार्कण्डेय ऋषि को हुए थे श्री हरि के दर्शन ?

Total views 1,845 

Reading Time: 4 minutes Total views 1,845  श्रीमद्भागवत महापुराण में प्रलय चार प्रकार के बताए गए है। १. नैमित्तिक प्रलय — यह हर कल्प के अन्त में होता है। २. प्राकृतिक प्रलय — यह ब्रह्माजी की आयु समाप्त हो जाने पर होता है। ३. नित्य प्रलय — व्यक्ति जन्म लेता है और फिर उसकी मृत्यु होती है, उसको नित्य प्रलय …

कैसे मार्कण्डेय ऋषि को हुए थे श्री हरि के दर्शन ? Read More »

KNowledgeMandir

प्रकृति के तीन गुण कौनसे है ?

Total views 3,316 

Reading Time: 4 minutes Total views 3,316  इस लेख में हम जानेंगे कि मनुष्य न चाहते हुए भी पाप करने के लिए प्रेरित क्यों होता है?, चार वर्णों की रचना किसने और किस आधार पर की?, प्रकृति के तीन गुण कौनसे है और उनका हमारे जीवन पर कैसा और कितना प्रभाव है? प्रकृति के गुणों को कैसे लाँघा जा सकता …

प्रकृति के तीन गुण कौनसे है ? Read More »